डेविड मिलर का ‘महान क्षण’: जब हार्दिक पंड्या ने उसे बताया, “तुम्हारी किस्मत का ताला खोलने का समय नहीं है!”

News Live

डेविड मिलर का ‘महान क्षण’: जब हार्दिक पंड्या ने उसे बताया, “तुम्हारी किस्मत का ताला खोलने का समय नहीं है!”

दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर ने भारत के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में अपने आउट होने पर अपनी निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह महसूस हुआ कि उन्होंने अपने देश को एक महत्वपूर्ण पल में निराश किया। मैच के अंतिम ओवर में, जब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे, मिलर ने एक बड़ा शॉट लगाने की कोशिश की, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने शानदार कैच लपक लिया। इससे मिली हार के बाद मिलर ने कहा कि यह उनके लिए एक कठिन क्षण था, और उन्होंने अपने टीम के साथियों और देश को निराश करने का अहसास किया। यह हार दक्षिण अफ्रीका के लिए एक बड़ा मौका था, जो 1998 के बाद से किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय खिताब की तलाश में था।



दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर ने भारत के खिलाफ T20 वर्ल्ड कप फाइनल में अपनीDismissal पर अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण पल में अपनी टीम के लिए प्रदर्शन न कर पाने का एहसास उन्हें गहरा दुख दे रहा है। मिलर की भावनात्मक प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि उच्च-दबाव वाली परिस्थितियों में एथलीटों पर कितना बोझ होता है और वह अपनी टीम की सफलता के प्रति कितने समर्पित हैं।

डेविड मिलर ने T20 फाइनल में अपनीDismissal के बारे में बताया:

मिलर ने 16 गेंदों पर 21 रन बनाते हुए अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन की आवश्यकता थी। उन्होंने हार्दिक पांड्या की एक चौड़ी फुल टॉस पर छक्का मारने का प्रयास किया, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने बाउंड्री के पास शानदार कैच पकड़कर इसे रोक दिया। इससे दक्षिण अफ्रीका को पांच गेंदों में 10 रन बनाने का कठिन कार्य मिला।

हालांकि कागिसो रबाडा ने अगली गेंद पर चौका मारा, लेकिन हार्दिक पांड्या ने अंतिम चार गेंदों में रन बनाने में मुश्किल कर दी, जिससे भारत ने सात रन से जीत हासिल की। यह जीत भारत के लिए 11 साल बाद एक ICC ट्रॉफी जीतने का प्रतीक बनी। दक्षिण अफ्रीका के लिए, यह T20 वर्ल्ड कप फाइनल एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने का सबसे अच्छा मौका था। डेविड मिलर अब भी इस दर्दनाक हार से जूझ रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मैं विभिन्न खेलों को देखता हूं और हमेशा ‘पल’ के बारे में बात करता हूं। खेल जीतने के लिए हमेशा पल होते हैं और मुझे लगता है कि यह जीतने का पल था। और मेरे लिए ऐसा नहीं हुआ। मुझे ऐसा लगा कि मैंने देश को निराश किया, अपने आप को निराश किया, अपने साथियों को निराश किया। यह एक कठिन पल है जिसे समझना मुश्किल है। यह एक बहुत खाली एहसास था, मैं लगभग मैदान से चलना नहीं चाहता था, एक और मौका चाहता था। यह थोड़ा क्रूर है, लेकिन यही जीवन है।”

दक्षिण अफ्रीका की T20 वर्ल्ड कप फाइनल में निराशाजनक हार:

दक्षिण अफ्रीका ने सेमीफाइनल में अफगानिस्तान पर जीत हासिल करके पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाई। भारत द्वारा निर्धारित 177 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए, प्रोटियाज ने जल्दी दो विकेट खो दिए। हालांकि, उन्होंने क्विंटन डि कॉक और ट्रिस्टन स्टब्स के साथ मिलकर अपनी पारी को संभाला। हैनरिच क्लासेन की धमाकेदार हाफ सेंचुरी ने दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य के करीब ले जाकर 26 रन की आवश्यकता को आसान बना दिया।

हालांकि, मैच ने तब अचानक मोड़ लिया जब हार्दिक पांड्या ने 17वें ओवर की शुरुआत में क्लासेन को आउट कर दिया। भारत ने अगले तीन ओवर में केवल 10 रन दिए और दो और विकेट लिए। पांड्या के शानदार अंतिम ओवर ने केवल छह रन दिए और दो और विकेट लिए, अंततः भारत की जीत सुनिश्चित की।

क्रिकेट की सभी गतिविधियों के साथ अपडेट रहने के लिए, फॉलो करें Cricadium पर WhatsApp, Facebook, Twitter, Telegram और Instagram

डेविड मिलर ने टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी बर्खास्तगी के बारे में क्या कहा?

डेविड मिलर ने बताया कि वह अपने प्रदर्शन से निराश हैं और बर्खास्तगी ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है।

क्या यह बर्खास्तगी मैच के दौरान हुई थी?

हाँ, यह बर्खास्तगी फाइनल मैच के दौरान हुई थी, जब टीम को उनकी जरूरत थी।

डेविड मिलर की टीम ने फाइनल में कैसे प्रदर्शन किया?

टीम ने फाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अंतिम क्षणों में जीत नहीं हासिल कर सकी।

मिलर ने भविष्य में क्या करने का सोचा है?

मिलर ने कहा कि वह अगले टूर्नामेंट के लिए मेहनत करेंगे और अपने खेल में सुधार करेंगे।

क्या उनके बर्खास्तगी का टीम पर प्रभाव पड़ा?

हां, उनकी बर्खास्तगी ने टीम के मनोबल को प्रभावित किया, लेकिन बाकी खिलाड़ियों ने कोशिश की कि वे आगे बढ़ें।

মন্তব্য করুন