प्रित्वी शॉ: क्रिकेट का वो सितारा जो अभ्यास में “दौड़” गया!  
फिटनेस के नाम पर खाली कुर्सी, क्या है इस क्रिकेटर की अगली पारी?

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प्रित्वी शॉ: क्रिकेट का वो सितारा जो अभ्यास में “दौड़” गया!


फिटनेस के नाम पर खाली कुर्सी, क्या है इस क्रिकेटर की अगली पारी?

Prithvi Shaw, जो पहले भारत के सबसे उभरते क्रिकेट सितारों में से एक माने जाते थे, अब अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। हाल ही में उन्हें मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर कर दिया गया है, जिसका कारण उनकी खराब फिटनेस और प्रैक्टिस में असामान्य उपस्थिति बताया गया है। उनका क्रिकेट सफर, जो स्कूल के दिनों में शानदार प्रदर्शन से शुरू हुआ था, कई विवादों से प्रभावित रहा है। 2018 में टेस्ट डेब्यू करते हुए शतक बनाने के बावजूद, वह केवल 12 टेस्ट मैचों में खेल पाए हैं। दवाओं के सेवन के कारण निलंबन, और कई अन्य व्यक्तिगत समस्याएं उनकी उपलब्धियों को overshadow कर रही हैं। अब देखना है कि क्या वह अपने करियर को फिर से पटरी पर ला पाएंगे।



प्रित्वी शॉ, जो कभी भारत के सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक माने जाते थे, अब अपने करियर के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं। हाल ही में उन्हें मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर कर दिया गया है, इसके पीछे के कारणों में खराब फिटनेस और अभ्यास सत्रों में अनियमित उपस्थिति शामिल हैं। यह सवाल उठता है: इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी के साथ क्या गलत हुआ है? शॉ की यात्रा, जो स्कूल के दिनों में एक सितारे के रूप में शुरू हुई थी, कई विवादों से प्रभावित रही है जो उनकी अद्वितीय प्रतिभा को overshadow करती हैं।

प्रित्वी शॉ की उडान

शॉ ने क्रिकेट की दुनिया का ध्यान अपनी स्कूल के दिनों में आकर्षित किया, जहाँ उन्होंने लगातार बड़े स्कोर बनाए। उनकी शानदार प्रदर्शन ने एक उज्जवल अंतरराष्ट्रीय करियर की भविष्यवाणियों को जन्म दिया। उन्होंने 2018 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में शतक बनाया, जिसने उम्मीदों को और बढ़ाया। हालांकि, इस आशाजनक शुरुआत के बावजूद, शॉ का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी हद तक ठप हो गया है, जिसमें उन्होंने केवल 12 मैच खेले और उनका आखिरी मैच तीन साल पहले हुआ था।

प्रारंभिक बाधाएँ: चोटें और ध्यान केंद्रित करने की समस्याएँ

नवंबर 2018 में, अपने डेब्यू के कुछ महीने बाद, शॉ को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया था, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान एक एड़ियां में चोट लग गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उन्हें पहले टेस्ट से बाहर कर दिया और इसके बाद यह रिपोर्ट सामने आई कि वह “ध्यान खो रहे हैं।” हालांकि, शॉ ने इन दावों को केवल अटकलें करार दिया, लेकिन यह उनके लिए एक चिंताजनक पूर्वानुमान साबित हुआ।

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डोपिंग विवाद: 8 महीने का निलंबन

जुलाई 2019 में, शॉ को टेरब्यूटालाइन, एक प्रतिबंधित पदार्थ के लिए सकारात्मक परीक्षण करने के बाद आठ महीने के लिए निलंबित किया गया। उन्होंने दावा किया कि यह सकारात्मक परिणाम एक सामान्य सर्दी के लिए ली गई ओवर-द-काउंटर दवा के कारण था। हालांकि, यह घटना उनके करियर में एक और समस्या का संकेत थी।

अजिंक्य रहाणे का विवाद

दिसंबर 2020 में, पूर्व भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सिडनी में एक वार्म-अप खेल के दौरान शॉ को सार्वजनिक रूप से बुलाया। जब शॉ फील्डिंग करते समय शिन पैड पर गेंद लगने के बाद मैदान छोड़ने का प्रयास कर रहे थे, रहाणे ने उन्हें मैदान पर रहने के लिए कहा। यह घटना न केवल शॉ की जिम्मेदारी से बचने के प्रयास को उजागर करती है, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के मन में उनकी मानसिक मजबूती पर भी सवाल उठाती है।

रिकी पोंटिंग की आलोचना

रिकी पोंटिंग, जिन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स में शॉ को कोचिंग दी, ने अप्रैल 2021 में उनकी ट्रेनिंग विधियों पर निराशा व्यक्त की। पोंटिंग ने कहा कि जब शॉ अपने बल्लेबाजी फॉर्म में संघर्ष कर रहे थे, तो वह अभ्यास करने से इनकार कर देते थे। यह दृष्टिकोण पोंटिंग को निराश करता था और शॉ के सुधार के प्रति उनकी मानसिकता में गहराई से समस्याओं का संकेत देता था।

कानूनी परेशानियाँ और कोविड-19 लॉकडाउन में सार्वजनिक विवाद

शॉ की ऑफ-फील्ड समस्याएँ मई 2021 में एक गंभीर मोड़ पर पहुँच गईं, जब उन्हें कोविड-19 यात्रा नियमों का उल्लंघन करने के लिए पुलिस द्वारा रोका गया। उन्होंने बिना ई-पास के महाराष्ट्र से गोवा की यात्रा करने का प्रयास किया। इस घटना ने उनकी सार्वजनिक छवि को और भी खराब किया।

सैल्फी विवाद

फरवरी 2023 में, प्रशंसकों के साथ एक झगड़ा उस समय बढ़ गया जब शॉ ने मुंबई में एक होटल के बाहर अतिरिक्त सैल्फी अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया। यह स्थिति उनके दोस्त की कार को नुकसान और एक सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा उनके खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाने पर समाप्त हुई। यह घटना न केवल शॉ की प्रसिद्धि के साथ संघर्ष को उजागर करती है, बल्कि उनके जीवन में कानूनी जांच भी लाती है।

मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष और शारीरिक अपमान

हाल ही में, अगस्त 2023 में, जबकि उन्होंने इंग्लैंड के वन-डे कप में अच्छा प्रदर्शन किया—जहाँ वह दो लिस्ट ए डबल शतकों के साथ पहले भारतीय बल्लेबाज बने—शॉ को सोशल मीडिया पर गंभीर शारीरिक अपमान का सामना करना पड़ा। उनके शरीर के बारे में नकारात्मक टिप्पणियाँ उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव डालती हैं, यह दर्शाते हुए कि बाहरी दबाव एथलीटों के प्रदर्शन और कल्याण को प्रभावित कर सकते हैं।

वर्तमान स्थिति: रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर

अक्टूबर 2024 में, रणजी ट्रॉफी सीजन में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद—जहाँ उन्होंने चार पारियों में केवल 59 रन बनाए—शॉ को मुंबई की टीम से बाहर कर दिया गया। रिपोर्टों के अनुसार, यह निर्णय उनकी फिटनेस स्तरों और अभ्यास सत्रों के प्रति प्रतिबद्धता के बारे में चिंताओं के कारण लिया गया। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने कहा कि उन्हें बाहर करना युवा खिलाड़ी के लिए एक आवश्यक सबक है।

हालांकि कुछ स्रोत दावा करते हैं कि शॉ को “एक ब्रेक” दिया गया है, यह स्पष्ट है कि यह बहिष्कार अस्थायी कदम से अधिक है; यह उनके करियर में चल रही अनुशासनात्मक समस्याओं को दर्शाता है। जब वरिष्ठ टीम के सदस्य नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बनाए रखते हैं, शॉ की अनियमित उपस्थिति उनके पेशेवर क्रिकेट के भविष्य के बारे में चिंताएँ पैदा करती है।

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प्रथ्वी शॉ का सफर कब शुरू हुआ?

प्रथ्वी शॉ का सफर 2018 में तब शुरू हुआ जब उन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया।

प्रथ्वी शॉ ने कौन सी प्रमुख उपलब्धियाँ हासिल की हैं?

प्रथ्वी शॉ ने अपने पहले टेस्ट मैच में ही शतक बनाया और वह सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक बने।

प्रथ्वी शॉ ने किन समस्याओं का सामना किया?

प्रथ्वी शॉ को चोटों और विवादों का सामना करना पड़ा, जिसने उनके करियर को प्रभावित किया।

क्या प्रथ्वी शॉ की वापसी संभव है?

हाँ, प्रथ्वी शॉ की वापसी संभव है। उन्होंने हाल के समय में अपनी फॉर्म में सुधार दिखाया है।

प्रथ्वी शॉ के फैंस उनके बारे में क्या सोचते हैं?

प्रथ्वी शॉ के फैंस उनके टैलेंट और खेल कौशल की सराहना करते हैं, लेकिन वे उनकी समस्याओं के लिए चिंतित भी हैं।

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