England के स्टार क्रिकेटर जोस बटलर ने राहुल द्रविड़ की सराहना की है, उन्हें अपने जीवन के लिए बल्लेबाजी करने के लिए आदर्श खिलाड़ी बताया। राजस्थान रॉयल्स के नए मुख्य कोच के रूप में द्रविड़ की नियुक्ति के बाद, बटलर ने कहा, “वह दीवार हैं। आप उन्हें पार नहीं कर सकते। वह पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकते हैं।” द्रविड़ की अद्भुत तकनीक और मानसिक ठहराव ने उन्हें “द वॉल” का नाम दिलाया। बटलर का मानना है कि द्रविड़ की कोचिंग शैली भी उनकी बल्लेबाजी की तरह ही होगी, जिसमें धैर्य और समर्पण शामिल है। द्रविड़ की नेतृत्व क्षमता से राजस्थान रॉयल्स को नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद है।
इंग्लैंड के प्रमुख क्रिकेटर जोस बटलर ने राहुल द्रविड़ को अपने जीवन के लिए बल्लेबाजी करने के लिए आदर्श विकल्प बताया है। यह बयान तब आया जब द्रविड़ को आईपीएल की राजस्थान रॉयल्स का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया। फ्रेंचाइज़ी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, बटलर ने द्रविड़ की प्रशंसा की, जिन्हें ‘द वॉल’ के नाम से जाना जाता है। बटलर ने कहा, “आप उनसे आगे नहीं बढ़ सकते। वह पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकते हैं,” जो द्रविड़ की अद्वितीय बल्लेबाजी शैली और दृढ़ता को दर्शाता है।
राहुल द्रविड़: एक मजबूत दीवार
जोस बटलर की टिप्पणी, “क्योंकि वह द वॉल हैं। आप उनसे आगे नहीं बढ़ सकते। वह पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकते हैं,” राहुल द्रविड़ की क्रिकेट की विरासत को सही तरीके से दर्शाती है। द्रविड़ को उनकी बेहतरीन तकनीक और धैर्य के लिए जाना जाता है। उन्हें “द वॉल” का नाम दिया गया क्योंकि वे किसी भी स्थिति में पारी को संभाल सकते थे। बटलर जैसे खिलाड़ियों के लिए, द्रविड़ एक आदर्श क्रिकेटर का प्रतीक हैं जो समय और दबाव का सामना कर सकते हैं।
द्रविड़ की रक्षात्मक क्षमता केवल तकनीक तक सीमित नहीं थी, बल्कि उनके मानसिक मजबूती का भी परिचायक थी। उन्होंने हमेशा धैर्य और समर्पण से गेंदबाजों का सामना किया। यही कारण है कि न केवल बटलर, बल्कि दुनिया भर के कई क्रिकेटर द्रविड़ की तारीफ करते हैं, खासकर उच्च दबाव वाली स्थितियों में।
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कोचिंग में भी वही दृढ़ता और समर्पण
बटलर का द्रविड़ की बल्लेबाजी शैली में विश्वास, उनके कोचिंग दर्शन की प्रशंसा में भी है। द्रविड़ ने भारत की वरिष्ठ और युवा टीमों को सफलता दिलाई है और उनकी मैदान पर धैर्य की विशेषताएँ उनकी कोचिंग विधियों में भी झलकती हैं। उनका शांत, संजीदा और स्थिर रहने का तरीका अगले पीढ़ी के भारतीय क्रिकेटरों को आकार देने में मदद करता है।
राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच के रूप में, द्रविड़ का प्रभाव केवल रणनीतिक निर्णयों तक सीमित नहीं रहेगा। उनकी टीम संस्कृति बनाने और व्यक्तिगत प्रतिभाओं को विकसित करने की क्षमता पहले ही भारतीय क्रिकेट टीमों और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के दौरान देखी जा चुकी है। इन गुणों के साथ, द्रविड़ राजस्थान रॉयल्स को एक नई सफलतापूर्वक दिशा में ले जाने के लिए तैयार हैं, जबकि बटलर जैसे खिलाड़ियों का विश्वास और सम्मान भी अर्जित करेंगे।
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राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स को क्यों चुना?
राहुल द्रविड़ ने राजस्थान रॉयल्स को इस लिए चुना क्योंकि उन्हें टीम की विकास और सफलता में योगदान देना है।
राहुल द्रविड़ का क्रिकेट करियर कैसा रहा है?
राहुल द्रविड़ का क्रिकेट करियर बहुत ही सफल रहा है, उन्होंने भारत के लिए कई रिकॉर्ड बनाए हैं और उन्हें ‘द वॉल’ के नाम से जाना जाता है।
क्या राहुल द्रविड़ का कोच बनने का अनुभव है?
हाँ, राहुल द्रविड़ ने पहले भी कोचिंग का अनुभव लिया है, उन्होंने भारत की अंडर-19 टीम को कोचिंग दी है और उनकी सफलता को सभी ने सराहा है।
राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली कैसी होगी?
राहुल द्रविड़ की कोचिंग शैली में अनुशासन, तकनीकी सुधार और युवा खिलाड़ियों का विकास शामिल होगा।
राजस्थान रॉयल्स की भविष्य की योजनाएं क्या हैं?
राजस्थान रॉयल्स की योजनाएं मजबूत टीम बनाना और IPL में अच्छा प्रदर्शन करना है, जिससे वे खिताब जीत सकें।