At Paris Paralympics 2024, भारतीय पैरा एथलीट मनीषा रामादास ने डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर महिला सिंगल्स SU5 श्रेणी में कांस्य पदक जीता। यह जीत 2 सितंबर को हुई, जिसमें 19 वर्षीय मनीषा ने 21-12, 21-8 के स्कोर से मैच जीता। वह पैरालंपिक्स में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। इस प्रतियोगिता में भारत के पैरा एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है, कुल मिलाकर 10 पदक जीते हैं, जिनमें 1 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य शामिल हैं। भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है, और मनीषा की उपलब्धि ने देश का नाम रोशन किया है।
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में, भारत की मनीषा रामादास ने डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर महिलाओं की सिंगल्स SU5 वर्ग में कांस्य पदक जीता।
मनीषा रामादास के लिए कांस्य पदक
महिलाओं की सिंगल्स SU5 इवेंट में, मनीषा रामादास ने 2 सितंबर, सोमवार को कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर कांस्य पदक जीता। 19 वर्षीय पैरा एथलीट, जो तमिलनाडु से हैं, ने तीसरे स्थान की प्लेऑफ मैच में 21-12, 21-8 के स्कोर से जीत हासिल की। मनीषा ने पैरालंपिक्स में एक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला शटलर बनकर इतिहास रच दिया।
पहले गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर हुई। मनीषा ने कई बार खेल के अंक बचाए, लेकिन वो अपने बनाए गए अवसरों का फायदा नहीं उठा सकीं। पहले सेट में मनीषा ने 23-21 से जीत हासिल की। दूसरे गेम में मनीषा ने 11-10 की बढ़त बना ली, लेकिन अंत में रोसेनग्रेन ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की गलतियों का लाभ उठाते हुए दूसरा सेट 21-17 से जीत लिया।
पैरालंपिक्स में भारत का अद्वितीय प्रदर्शन
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में भारतीय पैरा एथलीटों का प्रदर्शन शानदार रहा है; देश ने कुल दस पदक जीते हैं, जिनमें एक स्वर्ण, दो रजत, और पांच कांस्य शामिल हैं। पुरुषों की T47 हाई जम्प श्रेणी में, निशाद कुमार ने लगातार दूसरा रजत पदक जीता, और प्रीति पाल ने ट्रैक और फील्ड में पैरालंपिक्स में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रचा। रविवार को योगेश काठुनिया ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो F56 इवेंट में रजत पदक जीता, जबकि नितेश कुमार ने पुरुषों की सिंगल्स SL3 पैरा-बैडमिंटन इवेंट में स्वर्ण पदक जीता।
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मनिषा रामदास ने पेरिस पैरालंपिक्स में कांस्य पदक कैसे जीता?
मनिषा ने अपनी मेहनत और लगन से कांस्य पदक जीता। उन्होंने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया और अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ दिया।
मनिषा को कांस्य पदक जीतने पर किस तरह का समर्थन मिला?
मनिषा को अपने परिवार, कोच और देशवासियों का बहुत समर्थन मिला। उनके प्रोत्साहन ने उन्हें आगे बढ़ने में मदद की।
मनिषा का सपना क्या है?
मनिषा का सपना ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है। वे इसके लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं और अपने खेल में सुधार करने की कोशिश कर रही हैं।
मनिषा ने कितने खेलों में भाग लिया?
मनिषा ने कई खेलों में भाग लिया है, लेकिन पेरिस पैरालंपिक्स में उन्होंने विशेष रूप से एक खेल में कांस्य पदक जीता।
मनिषा का किस क्षेत्र में भविष्य है?
मनिषा का भविष्य खेल क्षेत्र में बहुत उज्जवल है। वे युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं और आगे भी सफलता की ओर बढ़ने की योजना बना रही हैं।