क्या अश्विन ने मुरलीधरन को छेड़ा, या बस अपना रिकॉर्ड चुपचाप तोड़ दिया?

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क्या अश्विन ने मुरलीधरन को छेड़ा, या बस अपना रिकॉर्ड चुपचाप तोड़ दिया?

Ravichandran Ashwin ne Bangladesh ke khilaf haal hi mein khatam hui Test series mein batting aur bowling dono mein shandar pradarshan kiya. Unhone Chennai aur Kanpur mein India ki jeet mein aham bhumika nibhayi, aur Muttiah Muralitharan ke 17 saal purane record ko barabar karte hue apne career ka ek naya milestone tay kiya. Pehle Test mein Ashwin ne 144/6 par khade hone ke baad century banai, jo India ke liye jeet ki buniyad bani. Dusre Test mein bhi unki bowling ne Bangladesh ko samapt kar diya. Ashwin ne 11 baar Player of the Series banne ka record banaya, jo unhe Muralitharan ke barabar le aata hai. Agle mahine, New Zealand aur Australia ke khilaf hone wale Test series mein unki bhumika bahut maayne rakhne wali hai.



Ravichandran Ashwin ने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ समाप्त हुए टेस्ट श्रृंखला में बल्लेबाजी और गेंदबाजी में मास्टर क्लास पेश किया। उन्होंने भारत के सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर्स में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया। चेन्नई और कानपुर में खेले गए दोनों मैचों में उनकी शानदार परफॉर्मेंस ने भारत को आरामदायक जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस श्रृंखला के साथ, अश्विन ने अपने शानदार करियर में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया, जो 17 साल से मुथैया मुरलीधरन द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड के बराबर है।

अश्विन का बल्ले और गेंद से दबदबा

अश्विन का योगदान सभी विभागों में महत्वपूर्ण था। पहले टेस्ट में, उन्होंने छह विकेट लिए और 144/6 पर भारत की कठिन स्थिति में एक शानदार शतक बनाया। रविंद्र जडेजा के साथ उनकी 199 रनों की साझेदारी ने भारत को मजबूती देने में मदद की। उनका शतक केवल रन बनाने का मामला नहीं था; यह दबाव में खेलने की उनकी क्षमता को दर्शाता है। दूसरी पारी में उन्होंने छह विकेट लेकर बांग्लादेश की जीत को सुनिश्चित किया।

दूसरे टेस्ट में कानपुर में, अश्विन ने फिर से अपनी प्रतिभा साबित की, दोनों पारियों में पांच विकेट लिए। उन्होंने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को अपनी गति और उछाल में सूक्ष्म बदलावों के साथ चकमा दिया। श्रृंखला में उनकी निरंतरता ने उन्हें भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के साथ संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाला गेंदबाज बना दिया।

मुथैया मुरलीधरन के लंबे समय के विश्व रिकॉर्ड के बराबर

अश्विन की सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में 11वां प्लेयर ऑफ द सीरीज (POS) पुरस्कार दिलाया, जो उन्हें मुथैया मुरलीधरन के बराबर लाता है। मुरलीधरन ने 61 टेस्ट श्रृंखलाओं में यह पुरस्कार जीता था, जबकि अश्विन ने केवल 42 श्रृंखलाओं में यह उपलब्धि हासिल की है। यह उनके निरंतरता और मैच जीतने की क्षमताओं को दर्शाता है। मुरलीधरन ने आखिरी बार 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ यह पुरस्कार जीता था।

अश्विन ने अब जैक्स कैलिस जैसे क्रिकेट के महान खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने नौ बार यह पुरस्कार जीता। इसके अलावा, 38 वर्षीय का 10 प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कारों का आंकड़ा उनकी मैच-परिभाषित क्षमताओं को और भी मजबूत करता है।

अगली श्रृंखलाओं में महत्वपूर्ण भूमिका

अश्विन का फॉर्म एकदम सही समय पर आया है क्योंकि भारत न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो महत्वपूर्ण टेस्ट श्रृंखलाओं की तैयारी कर रहा है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला 16 अक्टूबर से बैंगलोर में शुरू होने वाली है। अश्विन की उपस्थिति टीम के लिए बहुत मूल्यवान है।

इसके बाद भारत ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगा, जो एक शानदार दौरा होने की उम्मीद है। अश्विन की प्रदर्शन आगामी श्रृंखलाओं में महत्वपूर्ण होगी और उनकी फॉर्म भारत की सफलता के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।

1. रविचंद्रन अश्विन ने कौन सा रिकॉर्ड तोड़ा?

अश्विन ने मुथैया मुरलीधरन का 17 साल पुराना रिकॉर्ड बराबर किया है।

2. यह रिकॉर्ड किस श्रेणी में है?

यह रिकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट में विकेटों की संख्या का है।

3. अश्विन ने कितने विकेट लिए हैं?

अश्विन ने अपने करियर में 800 से अधिक विकेट लिए हैं।

4. मुथैया मुरलीधरन ने कितने विकेट लिए थे?

मुरलीधरन ने अपने करियर में 800 विकेट लिए थे, जो पहले रिकॉर्ड था।

5. यह उपलब्धि कब हासिल की गई?

यह उपलब्धि भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए टेस्ट मैच में हासिल की गई।

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