भारतीय क्रिकेट के सीनियर खिलाड़ी, जो प्रसिद्ध दुलीप ट्रॉफी में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, को बीसीसीआई से काफी ध्यान मिल रहा है। यह प्रतियोगिता 1961-1962 से भारतीय घरेलू कैलेंडर का हिस्सा रही है और इसका आयोजन 5 सितंबर को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु और अनंतपुर, आंध्र प्रदेश में किया जाएगा।
सीट्रान शर्मा का बीसीसीआई के फैसले पर बयान
सीट्रान शर्मा ने कहा कि बीसीसीआई का यह निर्णय शानदार है, जिससे भारत के शीर्ष 50-60 खिलाड़ी एक स्थान पर खेलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी खेल आसान नहीं होता, और हमें बांग्लादेश के खिलाफ निर्णायक जीत सुनिश्चित करनी चाहिए।
दुलीप ट्रॉफी का आगाज
दुलीप ट्रॉफी में इस बार केवल चार टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी, क्योंकि टेस्ट श्रृंखला की तारीखें मेल खाती हैं। बांग्लादेश ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
भारत के वरिष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए प्रसिद्ध दुलीप ट्रॉफी, जो 1961-62 से भारतीय घरेलू कैलेंडर का हिस्सा है, पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। यह प्रतियोगिता 5 सितंबर को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम, बेंगलुरु और अनंतपुर, आंध्र प्रदेश में शुरू होने जा रही है।
सीट्स के बारे में चेतन शर्मा का बयान
चेतन शर्मा ने कहा, “मैं सोचता हूँ कि बीसीसीआई ने शानदार निर्णय लिया है। क्रिकेट खेलना हमारी जिम्मेदारी है, और हमें कहीं भी खेलने से नहीं मना करना चाहिए। यह भी अच्छा है कि हम प्रतिस्पर्धात्मक रूप से खेल सकते हैं। बीसीसीआई के इस निर्णय से सभी दुलीप ट्रॉफी मैच एक स्थान पर होंगे, जिससे भारत के शीर्ष 50-60 खिलाड़ी एक जगह इकट्ठा होंगे।”
चेतन ने आगे कहा कि भारत को बांग्लादेश के खिलाफ जोरदार जीत के लिए प्रयास करना चाहिए, क्योंकि कोई भी खेल आसान नहीं होता। “अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना कभी आसान नहीं होता; चाहे आप किससे खेलें, हमेशा गंभीर रहना पड़ता है।” उन्होंने यह भी कहा कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चल रही है, इसलिए हमें बांग्लादेश के खिलाफ निर्णायक जीत सुनिश्चित करनी चाहिए।
Duleep Trophy का आगाज़
दुलीप ट्रॉफी पहले एक क्षेत्रीय प्रतियोगिता थी जिसमें छह क्षेत्रों के टीमें होती थीं: उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व। इस साल केवल चार टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी। टेस्ट श्रृंखला के लिए चुने गए खिलाड़ियों को दुलीप ट्रॉफी में प्रतिस्थापित किया जाएगा, क्योंकि दूसरे राउंड की तारीख बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला के साथ मेल खाती है, जो 19 सितंबर से शुरू हो रही है।
बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जो उनके लिए पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट जीत है। बांग्लादेश ने यह जीत रावलपिंडी में 10 विकेट से हासिल की।
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1. Chetan Sharma ne BCCI ke kis faisle ki tareef ki hai?
Chetan Sharma ne BCCI ke domestic cricket ko mandatory banane ki tareef ki hai.
2. Domestic cricket compulsory hone se kya fayda hoga?
Isse players ko zyada mauke milenge apne talent dikhane ke liye aur cricket ka overall standard bhi sudhrega.
3. Kya isse chhote shehron ke players ko bhi fayda hoga?
Haan, isse chhote shehron ke players ko bhi apne skills dikhane ka mauka milega.
4. Kya domestic cricket mein zyada matches hone se players thak jayenge?
Thoda bahut thakan to hogi, lekin yeh unki fitness aur performance ko sudharne mein madad karega.
5. Chetan Sharma ka kya kehna hai is naye faisle par?
Unka kehna hai ki yeh faisla cricket ke liye bahut accha hai aur isse naye talent ko samne aane ka mauka milega.