टेस्ट टीम से बाहर, फिर भी डबल सेंचुरी! क्या है ये ‘इंडियन क्रिकेट का नया जादू’?

Sarfaraz Khan ने बुधवार को इरानी कप में शानदार दोहरा शतक बनाकर सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने यह उपलब्धि 26 साल की उम्र में हासिल की, जिससे वह इस मील के पत्थर को हासिल करने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। यह प्रदर्शन उनके लिए खास था, क्योंकि वह हाल ही में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हुए थे। मुंबई के लिए 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए, उन्होंने 141 रन की साझेदारी की और 253 गेंदों पर 200 रन बनाकर अपनी काबिलियत साबित की। इस पारी ने उन्हें इरानी कप में मुंबई के बल्लेबाजों के लिए उच्चतम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी दिलाया। Sarfaraz का यह प्रदर्शन उनके भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है।



सरफराज़ खान ने बुधवार को ईरानी कप मैच में रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ शानदार डबल सेंचुरी बनाकर सुर्खियाँ बटोरीं। भारतीय बल्लेबाज़ ने लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना क्रिकेट स्टेडियम में यह उपलब्धि हासिल की। सरफराज़, जो सिर्फ 26 साल और 346 दिन के हैं, इस मील के पत्थर को हासिल करने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं, जो उनकी प्रतिभा को और मजबूत करता है।

यह पारी उस समय आई जब उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया था, जहाँ वह बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला के लिए विकल्प के रूप में नामित थे। यह प्रदर्शन उनकी क्षमताओं और घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्टता के लिए उनकी दृढ़ता का एक मजबूत संकेत है।

A Stellar Performance Amidst Changes

मुंबई के लिए नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करते हुए, सरफराज़ ने 139/4 के चुनौतीपूर्ण स्थिति में पारी की शुरुआत की। उन्होंने कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ मिलकर महत्वपूर्ण 141 रन की साझेदारी की। सरफराज़ की पारी धैर्य और आक्रामकता का मिश्रण थी, जिसमें उन्होंने 253 गेंदों में 23 चौके और 3 छक्के ठोके।

पहले दिन के अंत तक, उन्होंने 54 रन बनाकर योगदान दिया। दूसरे दिन, उन्होंने अपने आक्रामक खेल को जारी रखा और उत्साह के साथ अपने डबल सेंचुरी का जश्न मनाया, यह उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दूसरा डबल टन था।

Historical Context of His Achievement

सरफराज़ की यह उपलब्धि उन्हें एक प्रमुख समूह में रखती है। वह अब यशस्वी जायसवाल के बाद दूसरे स्थान पर हैं, जो ईरानी कप में सबसे युवा डबल सेंचुरी बनाने वाले खिलाड़ी हैं। सरफराज़ ने मुंबई क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है।

यह पारी मुंबई के बल्लेबाज़ों द्वारा ईरानी कप इतिहास में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड भी स्थापित करती है, जो 1972 में रामनाथ पार्कर के 195 रन के पिछले रिकॉर्ड को पार करती है।

Sarfaraz’s Test Career So Far

सरफराज़ खान का टेस्ट करियर उनके इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू के बाद से उम्मीद जगाता रहा है। उन्होंने तीन टेस्ट में 200 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 50 है। हालांकि, हाल की घरेलू प्रतियोगिताओं में उनकी फॉर्म में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।

फिर भी, ईरानी कप में उनकी यह पारी उनकी वापसी की क्षमता और महत्वपूर्ण मौकों पर योगदान देने की क्षमता को उजागर करती है।

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सारफराज़ ख़ान की डबल सेंचुरी कब बनी?

सारफराज़ ख़ान ने अपनी डबल सेंचुरी इरानी कप 2024 में बनाई।

सारफराज़ ने कितने रन बनाए?

उन्होंने इस मैच में 200 रन बनाए।

यह मैच किस टीम के बीच खेला गया?

यह मैच रणजी ट्रॉफी विजेता और इरानी कप की टीम के बीच खेला गया।

सारफराज़ ख़ान का यह प्रदर्शन कितना महत्वपूर्ण है?

यह प्रदर्शन उनके करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और उनकी बल्लेबाज़ी की क्षमता को दर्शाता है।

इस डबल सेंचुरी से पहले उनका सर्वोच्च स्कोर क्या था?

उनका सर्वोच्च स्कोर इससे पहले 150 रन था।

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