कुशलता की नई परिभाषा: विराट ने 9000 रन तो बनाये, लेकिन ‘स्लो मोशन’ में!

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कुशलता की नई परिभाषा: विराट ने 9000 रन तो बनाये, लेकिन ‘स्लो मोशन’ में!

भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली ने बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन का आंकड़ा पार किया। यह उनकी 31वीं टेस्ट फिफ्टी थी, जिसमें उन्होंने 53 रन बनाए। हालांकि, कोहली ने 197 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की, जिससे वह इस मील के पत्थर को छूने वाले सबसे धीमे भारतीय बन गए। पहले पारी में शून्य पर आउट होने के बाद, कोहली ने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी की और 70 रन बनाकर भारत की स्थिति मजबूत की। उनके इस प्रदर्शन ने साबित किया कि वह अभी भी भारतीय बल्लेबाजी के अहम स्तंभ हैं।



Indian क्रिकेट के स्टार विराट कोहली ने अपने शानदार करियर में एक और उपलब्धि जोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन के आंकड़े को पार किया। यह उपलब्धि उन्होंने भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन हासिल की। अनुभवी बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर का 31वां अर्धशतक लगाया, यह उपलब्धि उन्होंने भारत की दूसरी पारी में हासिल की।

विराट कोहली बने इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सबसे धीमे भारतीय

कोहली ने 42वें ओवर में 53 रन बनाकर इस मील के पत्थर को पार किया, जिससे वह 9000 रन का आंकड़ा पार करने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए। उनके अलावा सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर जैसे क्रिकेट के दिग्गज भी इस लिस्ट में शामिल हैं। हालांकि, कोहली ने यह उपलब्धि 197 पारियों में हासिल की, जो कि इन भारतीय Icons में सबसे धीमी है। यह रन उनकी इस साल की पहली टेस्ट अर्धशतक भी थी, जिसने उनकी हालिया फॉर्म पर उठ रहे सवालों को शांत किया।

भारत के लिए 9000 रन तक पहुंचने में सबसे धीमे

  • विराट कोहली – 197 पारियां (2024 में)
  • सुनील गावस्कर – 192 पारियां (1985 में)
  • सचिन तेंदुलकर – 179 पारियां (2004 में)
  • राहुल द्रविड़ – 176 पारियां (2006 में)

बेंगलुरु के दर्शकों ने कोहली के क्लासिक खेल का आनंद लिया

चिन्नास्वामी स्टेडियम में दर्शकों को कोहली के खेल का एक अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला। कोहली ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए, जहां उन्होंने शुरुआत में संघर्ष किया, लेकिन जैसे ही वह सेट हुए, रन बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने सारफराज खान के साथ मिलकर भारत की पारी को संभाला। जबकि सारफराज ने आक्रामकता दिखाई, कोहली ने संयम से बल्लेबाजी की, दर्शकों को अपने खूबसूरत कवर ड्राइव और तेज शॉट्स का आनंद लेने का मौका दिया।

पहली पारी में असफलता के बाद वापसी

हालांकि कोहली पहली पारी में शून्य पर आउट हुए थे, लेकिन उन्होंने अपनी मजबूती साबित करते हुए भारत को 356 रन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद की। अपनी पहले की असफलता से बेखबर, कोहली ने दृढ़ता और grace के साथ बल्लेबाजी की। अंततः वह 70 रन पर आउट हो गए, लेकिन उनकी पारी ने भारत को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।

कोहली की यह नई उपलब्धि उनकी स्थायी गुणवत्ता और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता को दर्शाती है, जो यह साबित करती है कि वह भारत की बल्लेबाजी क्रम में एक महत्वपूर्ण figura बने हुए हैं।

क्या विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पूरे कर लिए हैं?

हाँ, विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पूरे कर लिए हैं।

क्या वह भारतीय खिलाड़ियों में सबसे धीमे हैं यह लक्ष्य हासिल करने के लिए?

हाँ, विराट कोहली भारतीय खिलाड़ियों में 9000 रन तक पहुँचने के लिए सबसे धीमे खिलाड़ी हैं।

विराट कोहली ने यह उपलब्धि कब हासिल की?

विराट कोहली ने यह उपलब्धि हाल ही में एक टेस्ट मैच के दौरान हासिल की।

क्या विराट कोहली का यह रिकॉर्ड महत्वपूर्ण है?

हाँ, यह रिकॉर्ड महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनकी बल्लेबाजी क्षमता और टेस्ट क्रिकेट में योगदान को दर्शाता है।

विराट कोहली के बाद कौन से भारतीय खिलाड़ी ने 9000 रन बनाए हैं?

विराट कोहली के बाद, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ियों ने भी 9000 रन बनाए हैं।

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