क्या क्रिकेट के सपने में ऑटो-रिक्शा ड्राइवर का जादू है, या ये बस एक और ‘सफलता की कहानी’ है?

जुनेद खान की प्रेरणादायक यात्रा: ऑटो रिक्शा चालक से मुंबई के तेज गेंदबाज

मुंबई के उभरते सितारे मोहम्मद जुनेद खान ने इरानी कप 2024 में रणजी ट्रॉफी विजेता मुंबई के साथ यादगार डेब्यू किया। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में जन्मे जुनेद ने 14 साल की उम्र में अपने परिवार का समर्थन करने के लिए मुंबई का रुख किया। एक ऑटो रिक्शा चालक के रूप में काम करने के दौरान, क्रिकेट के प्रति उनकी लगन और समर्पण ने उन्हें इस महत्वपूर्ण उपलब्धि तक पहुंचाया। संजीवनी क्रिकेट अकादमी में कोच अभिषेक नायर की मदद से उन्होंने क्रिकेट में कदम रखा। जुनेद ने अपनी पहली मैच में विकेट लेकर अपने करियर की शुरुआत की, जिससे उनकी महत्वाकांक्षा और भी बढ़ गई है।



मुंबई के उभरते तेज गेंदबाज मोहम्मद जुनैद खान ने इरानी कप 2024 में रणजी ट्रॉफी विजेता मुंबई के साथ अपने करियर की शुरुआत की। मुंबई क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने की उनकी यात्रा संघर्ष और समर्पण की एक अद्वितीय कहानी है। पहले एक ऑटो रिक्शा चालक, जो मुंबई की व्यस्त सड़कों पर खुद का जीवन यापन कर रहा था, जुनैद का क्रिकेट के प्रति प्यार और उनकी दृढ़ता ने उन्हें इस महत्वपूर्ण उपलब्धि तक पहुँचाया है।

जुनैद खान का प्रारंभिक जीवन:

कन्नौज, उत्तर प्रदेश में जन्मे मोहम्मद जुनैद खान की यात्रा वहीं से शुरू हुई, जहाँ से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। 14 साल की उम्र में, उन्होंने अपने परिवार का सहारा बनने के लिए अपने गृहनगर को छोड़ दिया। शुरुआत में वे एक जींस फैक्ट्री में काम करते थे और बाद में 2015 से 2018 तक ऑटो रिक्शा चलाते रहे, जिससे वे अपनी रोजी-रोटी कमा पाते थे।

2014 में, जुनैद मुंबई चले आए। जींस फैक्ट्री में काम करने के बाद, उन्होंने ऑटो रिक्शा चलाना शुरू किया, जिससे वे अपने परिवार का समर्थन कर सकें। 2019 में संजीवनी क्रिकेट अकादमी से एक अवसर ने उनकी जिंदगी बदल दी।

पूर्व मुंबई विकेटकीपर मनीष बांगेरा की मार्गदर्शन में जुनैद ने औपचारिक क्रिकेट में कदम रखा। उन्होंने ज्यादातर टेनिस बॉल से खेला था, लेकिन क्रिकेट बॉल से खेलने की चुनौतियों को अपनाया।

जुनैद खान की जीवन बदलने वाली घटना:

जुनैद खान एक और प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं जो उत्तर प्रदेश से हैं, लेकिन उन्होंने मुंबई का प्रतिनिधित्व करने का निर्णय लिया। उनकी यात्रा का एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्होंने पुलिस शील्ड टूर्नामेंट में पीजे हिंदू जिमखाना के लिए खेलते समय अभिषेक नायर, भारतीय टीम के सहायक कोच का ध्यान आकर्षित किया।

जुनैद खान का सपना डेब्यू:

जुनैद के लिए, इरानी कप मैच से पहले कप्तान अजिंक्य रहाणे से अपनी टीम की टोपी प्राप्त करना एक अद्भुत क्षण था। उन्होंने कहा, “मैं अपने मुंबई डेब्यू के बारे में सुनकर दो दिन तक सो नहीं सका।”

जब रेस्ट ऑफ इंडिया ने अपनी पारी की शुरुआत की, तो जुनैद ने जल्दी ही अपनी लय पाई। उन्होंने ओपनर और कप्तान रुतुराज गायकवाड़ को मात्र 9 रन पर आउट कर दिया, जो उनके डेब्यू की अद्भुत शुरुआत थी।

जुनैद खान का प्रेरणा स्रोत:

जुनैद मानते हैं कि यह सिर्फ उनके क्रिकेटिंग सफर की शुरुआत है। जब उनसे उनके आदर्श के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने तुरंत कहा, “मोहम्‍मद शमी।” वे शमी की शैली को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं और टीम इंडिया के मुकेश कुमार से सीखने का अवसर उन्हें अपनी गेंदबाजी को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है।

जुनैद की कहानी न केवल उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह हर युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

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जुनेद खान कौन है?

जुनेद खान एक रिक्षा चालक से मुंबई का एक प्रमुख क्रिकेट गेंदबाज बन गया है।

जुनेद ने क्रिकेट में कैसे शुरुआत की?

जुनेद ने अपने इलाके में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलकर शुरुआत की और धीरे-धीरे अपनी प्रतिभा को निखारा।

क्या जुनेद ने किसी क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग ली है?

हाँ, जुनेद ने बाद में एक क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग ली ताकि वह अपने खेल को और बेहतर बना सके।

जुनेद की सफलता का क्या राज है?

जुनेद की सफलता का राज उसकी मेहनत, लगन और खेल के प्रति उसका जुनून है।

क्या जुनेद को कोई क्रिकेट टीम ने साइन किया है?

हाँ, जुनेद को एक प्रसिद्ध क्रिकेट टीम ने साइन किया है, और वह अब प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहा है।

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