क्या कोहली की कप्तानी पर ट्रॉफी का काला धब्बा, या असली आग का इम्तिहान?

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क्या कोहली की कप्तानी पर ट्रॉफी का काला धब्बा, या असली आग का इम्तिहान?

पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने विराट कोहली की कप्तानी की सराहना की है, यह कहते हुए कि कोहली ने टीम में जो आग लगाई, उसने वर्तमान सफलता की मजबूत नींव रखी। हालांकि कोहली की कप्तानी में कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती गई, लेकिन हरभजन का मानना है कि उनकी उपलब्धियाँ सिर्फ ट्रॉफियों से नहीं मापी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोहली ने टीम में लड़ने की भावना पैदा की, जिससे खिलाड़ियों ने चुनौतियों का सामना किया। हरभजन ने 2020-21 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और सिडनी टेस्ट में कोहली के प्रभाव को उजागर किया, जहां टीम ने कठिन परिस्थितियों में भी शानदार प्रदर्शन किया। हरभजन के अनुसार, कोहली की विरासत केवल ट्रॉफियों से नहीं बल्कि उस मानसिकता से परिभाषित होती है, जिसे उन्होंने अपने टीम में विकसित किया।



पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने विराट कोहली की कप्तानी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कोहली ने भारतीय क्रिकेट टीम में जो जोश पैदा किया, वह आज की सफलता की मजबूत नींव है। कोहली, जो 2021 तक सभी प्रारूपों में टीम के कप्तान रहे, बिना किसी ICC ट्रॉफी के अपने कार्यकाल के लिए अक्सर आलोचना का सामना करते हैं। हालाँकि, हरभजन का मानना है कि उनकी योगदान केवल ट्रॉफियों से परे है।

कोहली की कप्तानी का प्रभाव

एक इंटरव्यू में हरभजन ने कहा कि कोहली की कप्तानी को केवल ट्रॉफियों से नहीं मापा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “कोहली की कप्तानी में भले ही आप विश्व कप नहीं जीतें, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह एक छोटे कप्तान या छोटे खिलाड़ी हैं।”

हरभजन ने बताया कि कोहली ने टीम में एक लड़ाई की भावना पैदा की, जिससे खिलाड़ियों को चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहन मिला। उन्होंने 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का उल्लेख किया, जहां टीम ने अद्भुत सहनशक्ति दिखाई, भले ही कोहली को व्यक्तिगत कारणों से सीरीज जल्दी छोड़ना पड़ा।

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साहस और दृढ़ता की विरासत

हरभजन ने कहा कि कोहली का प्रभाव कई मौकों पर स्पष्ट था, जैसे कि 2021 में सिडनी टेस्ट में। एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य 408 रन का था, भारत ने बहादुरी से खेलते हुए 334 रन बनाकर ड्रॉ किया।

उन्होंने कहा, “जो उसने टीम में आग लगाई है… हम घबराएंगे नहीं। अगर गिरेंगे, तो हम इसे लक्ष्य का पीछा करते हुए करेंगे।”

गाबा टेस्ट में भारत की ऐतिहासिक जीत, जहां शुबमन गिल और ऋषभ पंत ने 300 से अधिक रन का लक्ष्य हासिल किया, कोहली की नेतृत्व की सोच का एक और उदाहरण है।

अंत में, हरभजन सिंह का मानना है कि कोहली की विरासत केवल ट्रॉफियों से नहीं, बल्कि वह मानसिकता और दृढ़ता से परिभाषित होती है जिसे उन्होंने अपनी टीम में विकसित किया, जो आज भी परिणाम दे रही है।

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1. हरभजन सिंह ने विराट कोहली की लीडरशिप पर क्या कहा?

हरभजन सिंह ने विराट कोहली की लीडरशिप को सराहा और कहा कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है।

2. विराट कोहली की लीडरशिप में क्या खास बात है?

विराट कोहली की लीडरशिप में टीम के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है और वे हमेशा जीतने के लिए प्रेरित रहते हैं।

3. क्या हरभजन सिंह खुद विराट कोहली के फैन हैं?

हाँ, हरभजन सिंह विराट कोहली के खेल और लीडरशिप के बहुत बड़े फैन हैं।

4. विराट कोहली की लीडरशिप का भारतीय क्रिकेट पर क्या असर पड़ा है?

विराट कोहली की लीडरशिप ने भारतीय क्रिकेट को ज्यादा प्रतिस्पर्धात्मक और सफल बनाया है।

5. क्या हरभजन सिंह ने विराट कोहली के भविष्य के बारे में कुछ कहा?

हरभजन सिंह ने कहा कि विराट कोहली का भविष्य उज्ज्वल है और वे आगे भी क्रिकेट में महानता हासिल करेंगे।

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