अश्विन का ‘खास’ पुरस्कार: क्या वेस्टइंडीज में फिसल गई थी गेंद या प्रशासन की समझ?

Ravichandran Ashwin, भारतीय ऑफ़ स्पिनर, ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक Player-of-the-Series पुरस्कारों का रिकॉर्ड बराबर किया। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 की सीरीज में 11वां पुरस्कार जीता। हालांकि, पिछले साल वेस्ट इंडीज दौरे के दौरान एक महत्वपूर्ण चूक के कारण उन्हें रिकॉर्ड तोड़ने का मौका नहीं मिला। उस श्रृंखला में, उन्होंने 15 विकेट लिए और 56 रन बनाए, लेकिन उन्हें Player-of-the-Series नहीं चुना गया। इस भूल के लिए Cricket West Indies ने एक भारतीय एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया। फिर भी, बांग्लादेश के खिलाफ उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें 11 विकेट और एक शतक के साथ पुरस्कार दिलाया। अब, वह न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी श्रृंखला के लिए तैयार हैं।



हाल ही में, भारतीय ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज पुरस्कारों के लिए महान मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड को बराबर किया है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ भारत की 2-0 की श्रृंखला जीत के बाद अपना 11वाँ पुरस्कार जीता। हालाँकि, पिछले साल वेस्ट इंडीज के दौरे के दौरान एक महत्वपूर्ण चूक ने अश्विन को मुरलीधरन के रिकॉर्ड को पार करने के अवसर से वंचित कर दिया।

वेस्ट इंडीज सीरीज: एक चूक का अवसर

2023 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान, अश्विन ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने 15 विकेट लिए और 56 महत्वपूर्ण रन बनाए। हालांकि, दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज पुरस्कार से वंचित कर दिया गया, जिससे उनका 12वां पुरस्कार जीतने का अवसर चला गया।

भारतीय एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेट वेस्ट इंडीज (CWI) ने इस चूक का श्रेय एक भारतीय एजेंसी को दिया जो श्रृंखला के दौरान प्रायोजन प्रबंधन के लिए जिम्मेदार थी। हालांकि, एजेंसी ने दावा किया कि प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज का पुरस्कार देना CWI के अधिकार क्षेत्र में आता है। इस स्थिति ने भ्रम और निराशा पैदा कर दी है, क्योंकि इस तरह के पुरस्कार आमतौर पर मैच के बाद समारोह में दिए जाते हैं।

अश्विन का बांग्लादेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन

इस setback के बावजूद, अश्विन ने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने श्रृंखला में 11 विकेट लिए, जो उनके साथी जसप्रीत बुमराह के बराबर है, लेकिन चेन्नई में शानदार शतकीय पारी के कारण उन्हें प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज का पुरस्कार मिला। उनकी प्रदर्शन में एक मैच जीतने वाली 113 रन की पारी शामिल रही।

अश्विन का मुरलीधरन के रिकॉर्ड को बराबर करना महत्वपूर्ण है; हालाँकि, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रशासनिक त्रुटि को भी उजागर करता है, जिसने उन्हें पहले ही श्रीलंकाई महान खिलाड़ी से आगे बढ़ने का अवसर नहीं दिया। मुरलीधरन ने अपने 11 पुरस्कार 61 श्रृंखलाओं में प्राप्त किए, जबकि अश्विन ने केवल 42 श्रृंखलाओं में यह उपलब्धि हासिल की है, जो उनके प्रदर्शन को और भी महत्वपूर्ण बनाता है।

अश्विन 16 अक्टूबर से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए तैयार हैं। उनके पास 527 टेस्ट विकेट और 3,423 से अधिक रन हैं, जिसमें छह शतक शामिल हैं, और वे वर्तमान में भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं। उनके हालिया प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट के प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक के रूप में स्थापित किया है।

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क्या अश्विन का विश्व रिकॉर्ड अस्वीकार किया गया?

हां, अश्विन का विश्व रिकॉर्ड वेस्टइंडीज श्रृंखला में नजरअंदाज कर दिया गया है।

यह रिकॉर्ड किस बारे में था?

यह रिकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के लिए था।

क्यों रिकॉर्ड को अस्वीकार किया गया?

रिकॉर्ड को तकनीकी कारणों से अस्वीकार किया गया है, जिसमें आंकड़ों की जांच शामिल है।

क्या अश्विन इस फैसले से निराश हैं?

अश्विन ने इस फैसले पर निराशा जताई है, लेकिन उन्होंने खेल पर ध्यान देने का निर्णय लिया है।

क्या अश्विन फिर से रिकॉर्ड बनाने की कोशिश करेंगे?

हां, अश्विन फिर से रिकॉर्ड बनाने की कोशिश करेंगे और अपनी फॉर्म को बनाए रखने पर ध्यान देंगे।

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